जिलाधिकारी और एसएसपी ने सुरक्षा जागरूकता रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
16 जनवरी, 24 हरिद्वार के जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोभाल ने मंगलवार को आगामी 14 फरवरी,2024 तक 34 वां सड़क सुरक्षा माह मनाये जाने के अन्तर्गत नेहरू युवा केन्द्र परिसर से सड़क सुरक्षा जागरूकता रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने सड़क सुरक्षा जागरूकता माह कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कहा कि शिक्षा व्यवस्था में हमें सड़क सुरक्षा पर ज्यादा से ज्यादा फोकस करना है ताकि स्कूली बच्चे स्वयं सड़क सुरक्षा के महत्व को समझते हुये अपने अभिभावकों को भी इस सम्बन्ध में अच्छी तरह बता सकते हैं तथा बच्चों द्वारा बताई गयी बात का अभिभावकों पर ज्यादा असर होता है।
उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा जागरूकता के सम्बन्ध में बच्चे हमारे ध्वज वाहक हैं। उन्होंने कहा कि सड़क पर सबसे अधिक अधिकार पैदल यात्री का होता है, लेकिन हम इस पहलू पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देते हैं, जबकि हमें सर्वप्रथम इस तथ्य पर ही ध्यान देना चाहिये।
जिलाधिकारी ने कहा कि विगत पांच वर्षो की अपेक्षा हरिद्वार में सड़कें काफी चौड़ी हुई हैं, हाईवे का निर्माण हुआ है तथा निकट भविष्य में दूधाधारी के पास बनने वाला फ्लाई ओवर बनकर तैयार हो जायेगा, जिससे काफी सुविधा हो जायेगी, लेकिन कहीं-कहीं पर अतिक्रमण तथा ओवरटेक की वजह से सड़कों पर जाम की स्थिति भी पैदा हो जाती है, इस पर भी हमें ध्यान देने की आवश्यकता है।
जिलाधिकारी ने जनपद में ट्रैफिक लाइट की स्थिति, जेब्रा कासिंग, सड़क चौड़ीकरण आदि का जिक्र करते कहा कि सड़क सुरक्षा समिति के माध्यम से इसका सर्वे कराया गया है तथा जल्दी ही इस सम्बन्ध में कार्य प्रारम्भ कराया जायेगा।
जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने गाड़ी के हार्न का जिक्र करते हुये कहा कि कुछ लोग हार्न बजाना अपनी शान समझते है, जो हार्न बजाने की आवश्यकता न होने पर भी हार्न बजाते रहते हैं। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में हमें नार्थ-ईस्ट से सीख लेनी चाहिये, क्योंकि वे हार्न का प्रयोग कम से कम करते हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि जिन घरों में दो-दो, तीन-तीन गाड़ियां हैं, वे सामंजस्य स्थापित करते हुये कम से कम गाड़ी का प्रयोग करें।
उन्होंने कहा कि गाड़ी चलाते समय मादक पदार्थों का प्रयोग कभी भी न करें तथा हमेशा गाड़ी को निर्धारित सीमा में ही चलायें ताकि जो सड़क दुर्घटनायें हमें देखने को मिलती हैं, उनमें काफी कमी लाई जा सके, क्योंकि इसका दुष्प्रभाव व्यक्ति, परिवार तथा समाज सभी पर पड़ता है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोभाल ने इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कहा कि रैश ड्राईविंग की वजह से सैकड़ों लोगों की सड़क दुर्घटनाओं में असामयिक मृत्यु हो जाती है, जिस पर हमें ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि सड़क सुरक्षा के नये नियमों के तहत शराब पीकर गाड़ी चलाना अपराध की श्रेणी में है।
उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा के सम्बन्ध में स्कूलों के माध्यम से भी हमें वृहद जागरूकता अभियान चलाना चाहिये तथा हम सभी को सड़क सुरक्षा के सम्बन्ध में अपनी-अपनी भागीदारी ईमानदारी से निभानी होगी।
कार्यक्रम में एसपी ट्रैफिक श्री पंकज गैरोला, एआरटीओ श्रीमती रश्मि पन्त आदि वक्ताओं ने भी सड़क सुरक्षा जागरूकता के सम्बन्ध में विस्तार से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के दौरान सड़क सुरक्षा की शपथ भी दिलाई गयी।
इस अवसर पर एसडीएम सदर अजय वीर सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट रविन्द्र जुवॉंठा, एस0पी0 सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, सीओ सिटी श्रीमती जूही मनराल, सीओ ज्वालापुर सुश्री निहारिका सेमवाल, जिला क्रीड़ा अधिकारी श्रीमती शबाली गुरूंग, डीओपीआरडी पी0सी0 पाण्डेय, हरिमोहन, ऑटो स्टैण्ड यूनियन, टैक्सी स्टैण्ड यूनियन के प्रतिनिधि, वाहन व्यवसाय से जुड़े हुये व्यवसायी सहित सम्बन्धित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुंदर प्रयास, तेज रफ्तार की बलि चढ़ते हैं हजारों लोग,रोज, नियंत्रण भारत जरूरी है, बुजुर्ग लोगों का तो जैसे सड़क पर चलने का अधिकार ही छीन लिया गया है।