shivratri jlabhishek shuru,श्रीदुधेश्वरनाथ मंदिर में लाखों भक्तों एवं कांवड़ियों ने किया भगवान शिव का जलाभिषेक।
मंदिर और कांवड पर हेलीकॉप्टर द्वारा पुष्प वर्षा
shivratri jlabhishek shuru,श्री दूधेश्वरनाथ मंदिर में शुक्रवार रात से भक्तों की लंबी कतारें लग गईं। भगवान भोलेनाथ के जयकारों के साथ मंदिर में रात्रि 12 बजे से ही जलाभिषेक शुरू हो गया।
सुबह चार बजे मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने जलाभिषेक और आरती की। मंदिर से करीब एक किलोमीटर तक कांवड़ियों व अन्य शिव भक्तों की जलाभिषेक के लिए शनिवार रात्रि तक लाइन लगी रही।
shivratri jlabhishek shuru, हर साल के मुकाबले इस साल मंदिर में भीड़ ज्यादा रही। शहर के अन्य सभी शिवालयों में भी भक्तों ने जलाभिषेक और पूजा अर्चना की। कुछ भक्तों ने आज शनिवार को शिवरात्रि का व्रत किया तो चतुर्दशी के लिए शिवरात्रि का व्रत रखकर भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना कि
shivratri jlabhishek shuru मंदिर श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि सावन के महीने में हिदू धर्म में भगवान भोलेनाथ की आराधना करना बेहद शुभ माना जाता है।
सावन के महीने में खास तौर पर सावन के सोमवारों व शिवरात्रि पर सभी भक्त भगवान भोलेनाथ की आराधना करते हैं। इसलिए शिवालयों में अधिक भीड़ रहती है और श्री दूधेश्वर नाथ मंदिर में लाखों की संख्या में कांवड़िये व भक्त मंदिर दर्शन किया सभी भक्तों ने आराम आराम से शिवरात्रि पर मंदिर बाबा दूधेश्वर का जलाभिषेक करने का अवसर मिला है। इस मंदिर में भक्तों की संख्या ज्यादा रहीं भक्तों की भीड़ को देखते हुए कांवड़ियों के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं।
shivratri jlabhishek shuru,भीड़ को देखते हुए पहली बार कांवड़ियों को निर्देशित किया गया है कि कांवड़िये अपनी कांवड़ मंदिर परिसर से बाहर रखर ही या छोड़कर केवल जल लेकर ही मंदिर परिसर में पहुंचे। मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष धर्म पाल गर्ग ने भगवान शिव का जलाभिषेक किया साथ श्रुंगार सेवा समिति के अध्यक्ष विजय मित्तल ने आरती में भव्य श्रृृंगार व 108 प्रकार के भोग भगवान दूधेश्वरनाथ को लगाया।
श्रीमहंत ने दीप आरती कि एवं स्वामी गिरीशानंद गिरि जी ने धुप आरती के घंटा घड़ियाल आदि आचार्य द्वारा मंत्र्त्रेउच्चारण के आरती कि गई तत्पश्चात रात्रि 8:32 मिनट से चतुर्दशी से जलाभिषेक प्रारम्भ कर 16जुलाई तक चतुर्दशी का जल चढ़ाया जाएगा।
सभी भक्तों ने शिवरात्रि का व्रत किया। कुछ शनिवार को भी शिवरात्रि का व्रत इस बार सावन कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि का आरंभ 15 जुलाई को सुबह 6 से शनिवार रात्रि 15 जुलाई को रात चतुर्दशी का जल 8 बजकर 32 मिनट से 16 जुलाई रात्रि 10 बजे तक चलेगा श्री दूधेश्वरनाथ मंदिर के मीडिया प्रभारी एसआर सुथार ने बताया कि शनिवार को सभी भक्त एवं कांवड़ियों ने शिवरात्रि का व्रत रखा तो मंदिर में रविवार को भी भीड़ रहने का अनुमान है।
shivratri jlabhishek shuru,सभी शिवालयों में रही भीड़ शिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा अर्चना के लिए शहर भर के सभी शिवालयों में भक्तों की भीड़ रही। विशेष रुप से हेलीकॉप्टर द्वारा मंदिर परिसर एवं कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा कि गई। जिसमें सैकड़ों भक्तगण एवं कांवड़ियों ने योगी योगी के जयकारों लगायें इस मौके पर गाजियाबाद जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन नगर निगम एवं सभी विभाग द्वारा अच्छी व्यवस्था कि गई।
shivratri jlabhishek shuru,मंदिर के चारों तरफ कड़ी सुरक्षा में सभी कांवड़ियों ने आराम आराम से जलाभिषेक किया गया जिसमें समय समय पर गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा एवं डीसीपी निपुण अग्रवाल एसीपी सलोनी अग्रवाल ने पुरी टीम के साथ सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखी इस अवसर पर गाजियाबाद के गणमान्य नागरिक एवं राजनीतिक लोग, पुलिस, मीडियाकर्मियों ने भी जलाभिषेक किया।
shivratri jlabhishek shuru,इस मौके पर पुर्व सांसद रमेश चन्द तोमर, भाजपा नेता विजय मोहन गोयल,सौरभ जायसवाल, अनुराग चढडा,अजय वर्मा, अनुजधर्म गर्ग उपाध्यक्ष दुधेश्वरनाथ मंदिर विकास समिति,नितिन मदान Adm, साहिब सिंह, पंडित महेश चन्द्र वरिष्ठ , स्वामी गिरीशानंद गिरि जी महाराज,स्वामी रमेशानन्द गिरी जी महाराज,मंच संचालन रमेश मंगल आदि सैकड़ों साधु संतों भक्त कांवड़ियों ने भगवान शिव को जलाभिषेक कर अपनी मनोकामना की। एस आर सुथार मीडिया प्रभारी श्रीदुधेश्वरनाथ