राज्य सरकारें हिन्दू धार्मिक संगठनों के दान से अपना राजकोष चलना बंद करें – स्वामी अवधेशानंद
विश्व हिन्दू परिषद की बैठक में उठी मठ मंदिरों पर सरकारी नियंत्रण हटाने की मांग
विश्व हिंदू। परिषद। केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की दो दिवसीय बैठक के समापन के बाद जूना पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद और विश्व हिंदू परिषद के मिलिंद परांडे ने संयुक्त प्रेस वार्ता करते हुए हिंदू धर्म की वर्तमान परिस्थितियों पर गहरा रोष जताया। जूना पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद ने कहा सरकारें हिन्दू धर्म के दान के धन से राजकोष चला रही हैं,सरकारी नौकरों को तनखाएं दे रही है, वाहन खरीद रही है, सड़कें बनवा रही है,अन्य धर्मों के लिए सुख सुविधाएँ प्रदान कर रही है|
स्वामी अवधेशानन्द ने कहा आज यहाँ आए हजारों साधु संतों ने ये आवाहन किया है की राज्य सरकारें हिन्दू मठ मंदिरों से अपना नियंत्रण तुरंत वापिस लें,अन्य किसी धर्म से संप्रदाय से सरकारें धन नहीं वसूलती फिर हिन्दू मठ मंदिरों से ही क्यों ?
उन्होंने कहा संविधान में भी ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है की हिन्दुओं के मठ मंदिरों से सरकारें धन वसूली करें या उन्हे अपने नियंत्रण मैं रखें हाँ यदि कोई संस्था कोई गलत काम करती है तो छह छह महीने का प्रतिबंध तो स्वीकार किया का सकता है लेकिन मठ मंदिरों पर नियंत्रण स्वीकार नहीं किया जाएगा हिन्दू अपनी संस्थाओं मे आया दान का पैसा हिन्दू धर्म के उत्थान में लगाना चाहते है |
उन्होंने समाज में आ रही विकृतियों पर भी कई सवाल उठाए और कहा अब साधुओं ने गॉव गाँव जा कर मिशनरियों और अन्य धर्मों की विघटनकारी गतिविधियों पर भी अंकुश लगाने की बात कही |