चमोली जिले में शनिवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया है। यहां हेलंग में अलकनंदा नदी किनारे चल रहे निर्माणधीन विष्णु गाड़ पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना के डाइवर्जन साइड पर चट्टान टूट गई है।बताया जा रहा है कि यहां पर करीब 200 मजदूर कार्यरत हैं। यहां पर डाइवर्जन निर्माण कार्य चल रहा था।

टीएचडीसी की विष्णुगाड़ पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना के हेलंग स्थित डाइवर्जन साइड पर टलने के ठीक उपर से भारी भूस्खलन के साथ पत्थरों की बरसात हुई। इस दौरान टनल व डाइवर्जन साइड पर कार्य चल रहा था। फिलहाल कार्य कर रहे लोगों ने भाग कर जान बचाई है। 12 लोग घायल है जिनमें चार लोग गंभीर घायल होने की सूचना है। पुलिस प्रशासन सहित एंबुलेंस मौके पर है।

जिलाधिकारी डा. संदीप तिवारी ने कहा कि घटना की सूचना के बाद मौके पर रेस्क्यू टीम भेजी गई है। पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार ने बताया कि घायलों को चिकित्सालय ले जाया गया है। आठ लोगों को हल्की चोटें आई हैं।चमोली से ज्योतिर्मठ के बीच अलकनंदा नदी पर टीएचडीसी की 444 मेघावाट की जल विद्युत परियोजना निर्माणाधीन है। यह परियोजना एससीसी कंपनी बना रही है। बताया गया कि हेलंग स्थिति परियोजना के डाइवर्जन का कार्य इन दिनों तेजी से चल रहा है। सुबह लगभग 10 बजकर 45 बजे परियोजना के डाइवर्जन डेम साइड व इनटेक टनल के ठीक उपर से पहाड़ी से भूस्खलन हुआ।

भूस्खलन के दौरान डाइवर्जन साइड व इनटेक टनलों में 100 से अधिक मजदूर अधिकारी कार्य कर रहे थे। भूस्खलन का आभास होते ही अन्य कर्मचारियों ने कार्य कर रहे लोगों को सर्तक किया इस दौरान लोगों ने भाग कर जान बचाई । बताया गया कि घटना के बाद रैरस्क्यू टीमें मौके पर पहुंची। राहत बचाव कार्य किया।

बताया गया कि इन परियोजना के डाइवर्जन निर्माण के दौरान इन दिनों अलकनंदा नदी 300 मीटर क्षेत्र में डावर्जन टनल के अंदर से बह रही है। बताया गया कि डेम निर्माण स्थल के साथ इनटेक टनल पर 100 से अधिक कर्मचारी अधिकारी , मजदूर मौजूद थे। हालांकि अभी सभी सुरक्षित बताए गए है। सभी ने भाग कर जान बचाई है।

By Shashi Sharma

Shashi Sharma Working in journalism since 1985 as the first woman journalist of Uttarakhand. From 1989 for 36 years, she provided her strong services for India's top news agency PTI. Working for a long period of thirty-six years for PTI, he got her pen ironed on many important occasions, in which, by staying in Tehri for two months, positive reporting on Tehri Dam, which was in crisis of controversies, paved the way for construction with the power of her pen. Delivered.

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