oplus_34

Guru Smriti Mahotsav, सुदर्शन आश्रम में आचार्य गुरु पीठाधीश्वर सरस्वतचार्य महाराज की 34 वीं पुण्य तिथि पर गुरु स्मृति महोत्सव शुरू

Guru Smriti Mahotsav, started on the 34th death anniversary of Acharya Guru Peethadhishwar Saraswaticharya Maharaj at Sudarshan Ashram

देश विदेश से हरिद्वार पहुंचे संतों भक्तों और शिष्यों ने गुरु सरस्वत्याचार्य को श्रद्धांजलि दी।

Guru Smriti Mahotsav, पिंड दादर खां पंजाब वाले आचार्य गुरु पीठाधीश्वर सरस्वतचार्य महाराज की 34वीं पुण्य स्मृति में सुदर्शन आश्रम में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी गुरु पुण्य स्मृति का आयोजन किया गया |
इस अवसर पर आयोजित गुरु पुण्य स्मृति महोत्सव 30अप्रैल से शुरु हुआ जिसके अंतर्गत श्री राम चरित मानस कि संगीत मय अखंड पाठ का आयोजन किया गया।
1मई को भगवान सीताराम के नाम एक भजन संध्या का आयोजन किया गया जिसमें जम्मू वाले ललित शास्त्री और पंडित दुष्यंत शर्मा के भजनों ने समां बांध दिया।
2 मई को बडी संख्या में पधारे संतों और महंतों की उपस्थिति में संत सम्मेलन का आयोजन हुआ।
महाराज के परम शिष्य तथा सुदर्शन आश्रम हरिद्वार के संचालक महंत रघुबीर दास महाराज ने जानकारी देते हुए बताया की परम गुरु आचार्य गुरु पीठाधीश्वर सरस्वतचार्य महाराज की स्मृति में उनकी शिष्य परंपरा में हर वर्ष स्मृति महोत्सव मनाया जाता है इस वर्ष भी 30 अप्रैल से 2 मई तक चलेगा।
2मई को संध्या समय सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया,2 मई को ही
संध्या समय सामूहिक सुन्दरकांड के पाठ के बाद माँ गंगा के दुगधाभिषेक और आरती के साथ महोत्सव सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर हिमाचल से महंत श्री शिव दास हिमाचल,मोरवी गुजरात से महंत श्री विपुलदास, पुजारी गिरीश दास, सोनू राकेश बहुगुणा ,आचार्य सचिदानंद ,आचर्या मुनेश तिवारी ,आचार्य मुकेश सेमवाल,मेघराज,तथा अन्य सभी भक्तों और शिष्यों के साथ ही श्री सीताराम परिवार इस आयोजन को सफल बनाने में जुटे ।

By Shashi Sharma

Working in journalism since 1985 as the first woman journalist of Uttarakhand. From 1989 for 36 years, he provided his strong services for India's top news agency PTI. Working for a long period of thirty-six years for PTI, he got his pen ironed on many important occasions, in which, by staying in Tehri for two months, positive reporting on Tehri Dam, which was in crisis of controversies, paved the way for construction with the power of his pen. Delivered.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *