Lord Badrinath,18 लाख से अधिक श्रद्धालुओं को दर्शन देने के बाद माता लक्ष्मी सहित धृतकम्बल ओढ़ गर्भगृह में विराजमान हो गये बद्रीनाथ भगवान।
Lord Badrinath,After giving darshan to more than 18 lakh devotees, Lord Badrinath along with Goddess Lakshmi sat in the sanctum sanctorum covered with Dhritakambal.
हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में बंद हुए भगवान बद्री के द्वार
उद्वव, कुबेर व गरूड की मूर्तियो को विधी पूर्वक पांडुकेश्वर के लिए 19 को रवाना किया जायेगा।
Lord Badrinath,18 लाख 16 हजार से अधिक श्रद्धालु भक्तों को दर्शन देने के बाद आज भू बैकुंठ वासी भगवान बद्री विशाल अगले छः महीने के लिए माता लक्ष्मी सहित भू गर्भ में विराजमान हो गये जहां अगले छः महीने तक भगवान बद्रीनाथ शीतकाल के दौरान रहेंगे,Lord Badrinath
आज 18 नवम्बर को दोपहर बाद पूरे वैदिक विधि विधान के साथ पूजा अर्चना के बाद सांयकाल सदियों से चले आ रहे मन्दिर के विधान के अनुसार मुख्य पुजारी रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी ने स़्त्री वेष धारण कर परिक्रमा परिसर मे स्थित लक्ष्मी मंदिर से लक्ष्मी की मूर्ति को उठाकर भगवान नारायण के पास गृभ गृह में भगवान बद्री विशाल के साथ विराजमान किया और गृभ गृह से उद्वव, कुबेर व गरूड की मूर्तियो को विधी पूर्वक पांडुकेश्वर के लिए रवाना कियाLord Badrinath
कपाट बंद होने से पहले माणा की कुंवारी कन्याओं के हाथ से बुनी गर्म घृत कम्बल शाल से भगवान की मूर्ति को मुख्य पुजारी रावल द्वारा ढंका जाता है, आज भी ये क्रम रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी ने दोहराया,Lord Badrinath
उत्तराखंड चमोली पुलिस के अनुसार आज दिनाँक 18.11.2023 को शुभ मुहूर्त में शाम 03:33 बजे भू-बैकुंठ धाम श्री बद्रीनाथ जी के कपाट पूर्ण विधि विधान, वैदिक परम्परा एवं मंत्रोचारण के साथ शीतकाल के लिए बन्द कर दिए गए। पंच पूजाओं के साथ शुरू हुई कपाट बंद होने की प्रक्रिया के अंतिम दिन भगवान नारायण की विशेष पूजा अर्चना की गई। मुख्य पुजारी रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी द्वारा भगवान को घृत कम्बल पहनाने व स्त्री वेष धारण कर माता लक्ष्मी को बदरीनाथ मंदिर के गर्भ गृह में विराजमान करने के पश्चात ही, मंदिर समिति के सदस्यों एवं सहस्त्रों श्रद्वालुओं की मौजूदगी में भगवान श्री बद्री विशाल के कपाट इस वर्ष शीतकाल के लिए बंद किए गए,Lord Badrinath
सेना के मधुर बैंड की भक्तिमय धुनों एवं जय बद्री विशाल के उदघोष के साथ हजारों श्रद्वालु श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने की अलौकिक बेला के साक्षी बने,Lord Badrinath
मुख्य पुजारी रावल श्री ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी ने इस वर्ष की अंतिम पूजा की। कपाट बंद होने का कार्यक्रम अत्यंत धार्मिक मान्यताओं व परम्पराओं के साथ सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर बडी संख्या में श्रद्वालुओं ने पूरे भाव भक्ति से भगवान बद्री विशाल के दर्शन किए। कपाट बंद होने के पश्चात कल दिनांक 19 नवंबर को प्रात: भगवान श्री उद्ववजी एवं कुबेर जी योगध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर तथा आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी श्री नृसिंह मंदिर स्थित गद्दीस्थल को प्रस्थान करेगी,Lord Badrinath
कपाट बन्द होने के दौरान पुलिस अधीक्षक चमोली श्रीमती रेखा यादव (IPS) महोदया स्वयं मौजूद रही। इस वर्ष 27 अप्रैल 2023 को श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के पश्चात पुलिस अधीक्षक चमोली के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में चमोली पुलिस द्वारा श्रद्धालुओं/पर्यटकों की सुरक्षित एवं निर्विघ्न यात्रा हेतु सभी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किये गए थे।
यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं/यात्रियों की सहायता हेतु यात्रा मार्ग पर जगह-जगह पुलिस जवानों की तैनाती की गई थी। चमोली पुलिस द्वारा सम्पूर्ण यात्राकाल के दौरान श्रद्धालु एवं पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय निवासियों की भी हर संभव सहायता की गयी एवं बरसात, ठंड व बर्फबारी में प्रतिबद्ध होकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए सैकड़ो श्रद्धालुओं की मानवीय दृष्टिकोण के आधार पर सहायता कर उन्हें सकुशल उनके गंतव्य तक पहुँचाया।
इस वर्ष भारत गणराज्य की महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू , उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल उत्तराखंड सरकार ले.ज. गुरमीत सिंह (से.नि.), मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी, माननीय सांसद गढ़वाल तीरथ सिंह रावत, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी0आर0 चौधरी, रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, फिल्म व क्रिकेट जगत की जानी-मानी हस्तियों तथा रिकॉर्ड 18 लाख पैंतीस हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बैकुण्ठ धाम पहुँकर भगवान श्री बद्रीनाथ भगवान के दर्शन किये,,Lord Badrinath