Chardham Yatra, चारधाम यात्रा के लिए हरिद्वार पंजिकरण केंद्र पर 500 यात्रियों ने कराये आफलाइन पंजीकरण।
Chardham Yatra, 500 passengers did offline registration for Chardham Yatra at Haridwar registration center.
जिलाधिकारी कर्मैद्र वीर सिंह ने ऋषिकुल चारधाम यात्रा पंजीकरण केन्द्र की व्यवस्थाओं का लिया जायजा।
चार धाम यात्रा से जुड़े सभी अधिकारी एवं कर्मचारी यात्रा पर आने वाले सभी तीर्थयात्रियों के साथ अपना व्यवहार सौम्य रखें एवं अतिथि देवो भवः के तहत व्यवहार करें।
चारधाम यात्रियों के लिए सभी व्यवस्थाओं को चाक-चौबन्द रखा जाये ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े और जनपद तथा राज्य में आने वाले श्रद्धालु सुखद यादें लेकर जाये।
Chardham Yatra, चारधाम यात्रा पंजीकरण केंद्र पर सुबह से देश के अलग-अलग राज्यों और पड़ोसी देश नेपाल से आने वाले 500 से ज्यादा यात्रियों ने हरिद्वार में ऑफलाइन पंजीकरण कराया ।

उत्तराखंड में गंगोत्री, यमुनोत्री बद्रीनाथ ,केदारनाथ के दर्शनों के लिए हरिद्वार पहुंचे यात्रियों ने आज सोमवार सुबह से क्रमबद्व सभी ने रजिस्ट्रेशन कराया नेपाल से आने वाले 35 यात्रियों ने भी चार धाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया, वहीं उत्तर प्रदेश, गुजरात, मुंबई, महाराष्ट्र व अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं ने कहा कि उत्तराखंड सरकार की ओर से रजिस्ट्रेशन केंद्र पर बहुत अच्छी व्यवस्थाएं की गई हैं, उनके पूरे परिवार का रजिस्ट्रेशन बहुत अच्छी तरीके से हुआ।
सभी ने कहा कि हम देश विदेश से आने वाले पर्यटकों को आने के लिए कहना चाहते हैं, इतनी अच्छी व्यवस्थाओं को देख सभी श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का धन्यवाद किया आज दोपहर तक 500 से ज्यादा यात्रियों ने हरिद्वार में ऑफलाइन पंजीकरण कराया।
वहीं आज हरिद्वार के जिलाधिकारी कर्मैद्र वीर सिंह ने चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्वालुओं के लिये जनपद हरिद्वार के ऋषिकुल मैंदान में बनाये गये पंजीकरण केन्द्र का स्थलीय निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
जिलाधिकारी ने पंजीकरण केन्द्र में उपस्थित कार्मिकों को निर्देश दिये है कि सभी कार्मिक अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी सवेंदनशीलता एवं तन्मयता के साथ करना सुनिश्चित करें तथा आने वाले तीर्थयात्रियों को पंजीकरण के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
उन्होंने चार धाम यात्रा से जुड़े सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देश दिये कि यात्रा पर आने वाले सभी तीर्थयात्रियों के साथ अपना व्यवहार सौम्य रखें एवं अतिथि देवो भवः के तहत व्यवहार करें।
उन्होंने कहा कि सभी व्यवस्थाओं को चाक-चौबन्द रखा जाये ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े और जनपद तथा राज्य में आने वाले श्रद्धालु सुखद यादें लेकर जाये।
जिला पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल ने जिलाधिकारी को तैयारियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि तीथयात्रियों के पंजीकरण के लिये ऋषिकुल मैदान में 20 कॉउटर बनाए गये है, जिसमें महिलाओं, पुरूष, दिव्यांग तथा वरिष्ठ श्रद्वालुओं के लिये अलग-अलग काउण्टर की व्यवस्था की गई है तथा पूछताछ केन्द्र की भी व्यवस्था की गई है।
उन्होनें बताया कि श्रद्वालुओं को गर्मी से निजात दिलाने के लिये 40 सिलिंग फैन 12 कूलर 5 स्टैण्ड फैन लगाये गये है। इसके साथ ही तीर्थयात्रियों के चिकित्सा सुविधा हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्टॉल स्थापित किया गया, भीड़ भीड़ नियन्त्रण, शान्ति व सुरक्षा व्यवस्था हेतु पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।
तीर्थयात्रियों के लिये शौचालय सुविधा के लिये 35 सुलभ शौचालय तथा 2 मोबाइल टॉलेट की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही स्वच्छ पेयजल के लिये 8 स्टैण्ड पोस्ट और टंकी स्थापित की गई, इसके साथ ही रोशनी के लिये ऋषिकुल में हाई मॉस्क लाईट लगाई गई है ताकि आवश्यकता पड़ने पर रात्रि के समय भी पंजीकरण करने में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर पंजीकरण हेतु मोबाईल टीमो का भी उपयोग किया जायेगा, जिसके लिए 15 मोबाइल टीमों का गठन किया गया है।
इस इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.आरके सिंह, उप जिलाधिकारी जितेन्द्र कुमार, जिला पर्यटन विकास अधिकारी एस. नौटियाल, तहसीलदार प्रियंका रानी, अभिहीत अधिकारी महिमानन्द जोशी, सहायक नगर आयुक्त रविन्द्र दयाल सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी आदि उपस्थित थे।