Haridwar , किसी सभासद या पार्षद को सफाई कर्मी से आने जाने का समय पूछने का कोई अधिकार नहीं – भगवत प्रसाद मकवाना
Haridwar , No member or councillor has the right to ask the time of arrival and departure from the sanitation worker – Bhagwat Prasad Makwana
Haridwar , सफाई कर्मचारियों के 1 साल से ईपीएफ का पैसा ना मिलने पर ठेकेदार शादाब को ब्लैकलिस्टेड करें – उपाध्यक्ष सफाई कर्मचारी आयोग उपाध्यक्ष
राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष भगवत प्रसाद मकवाना ने हरिद्वार जिले के सभी नगर निगम , नगर पालिका की सभी बड़ी अधिकारियों की बैठक सीसीआर टावर में ली।
बैठक में राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष भगवत प्रसाद मकवाना ने हरिद्वार जिले के सभी नगर निगम , नगर पालिका की सभी बड़ी अधिकारियों की बैठक ली ।
नगर निगम के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए नगर निगम और नगर पालिका के अधिकारियों को श्रमिकों के हितों की बात कही ।
बैठक में पहुंचे श्रमिकों ने मृतक आश्रितों की नियुक्ति,आवास भत्ता,अवासो का मालिकाना अधिकार पर्यावरण मित्रों के वरिष्ठता व योग्यतानुसार प्रमोशन,बीमा, आउटसोर्स में कार्यरत कर्मियों का ई0पी0एफ0, ई0एस0आई0की नियमित कटौती,संविदा कर्मियों के आश्रितों को स्थाई नौकरी को लेकर अपनी बात राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष भगवत प्रसाद मकवाना के साथ इन सब मुद्दों पर चर्चा की ।
राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष भगवत प्रसाद मकवाना ने नगर निगम के सभी संविदा और आउटसोर्स के कर्मचारियों के लिए जल्द ईपीएफ और ऐसी की व्यवस्था करने के लिए नगर आयुक्त को आदेश दिए, वही शिवालिक नगर पालिका में चल रहे पार्षद और सफाई कर्मचारियों के बीच चल रहें आपसी विवाद को लेकर सभासद पर मुकदमा दर्ज करने की बात कही, उन्होंने कहा कि नगर निगम ,नगर पालिका में सभासद या पार्षद को कोई अधिकार नहीं है कि वह किसी से बदतमीजी करें या किसी से अभद्र भाषा का प्रयोग करें, या वह कितने बजे आते हैं या कितने बजे जाते हैं इसकी जानकारी वह सभासद या पार्षद को दें, यह अधिकार सिर्फ अधिकारियों का होता है जो उन तक सीमित रहना चाहिए।
उन्होंने सभी अधिकारियों को कहा कि सभी पार्षद और सभासदों को पत्र जारी करके का दिन की सफाई कर्मचारियों के साथ किसी भी प्रकार की अभद्रता या बदतमीजी नहीं चलेगी, वही शिवालिक नगर में कुछ समय पहले हुए सफाई कर्मचारियों के 1 साल से ईपीएफ और इसी का पैसा ना मिलने पर ठेकेदार शादाब को ब्लैकलिस्टेड करने की बात कही।
नगर निगम, समाजकल्याण, और पंजाब नेशनल बैंक के लीड बैंक मैनेजर को फटकार लगाते हुए कहा कि सफाई कर्मचारियों के पुनर्वास योजना के तहत 2200 आवेदन में से मात्र 43 लोगों को ही लोन मिल पाया है, उन्होंने कहा कि नगर निगम और नगर पालिका जगह-जगह अपने कर्मचारियों को मिलने वाले योजना को लेकर कैंप लगाए जिससे ज्यादा से ज्यादा योजना सफाई कर्मचारियों को मिल सके वहीं उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारी के बच्चों के लिए सरकार ने एजुकेशन लोन रखा है उनको जानकारी दी जाए ताकि वह इन सुविधाओं का लाभ ले सकें ।
कहा की जिस तरीके से हरिद्वार की पापुलेशन लगातार बढ़ रही हैं , इसलिए सफाई कर्मचारी की संख्या बढ़ाएं , वही एडीएम दीपेंद्र नेगी को आदेश करते हुए कहां की अस्पतालों में हो रहे सफाई कर्मचारियों को पूरी सैलरी नाम मिलने पर और ठेकेदार को बार-बार ठेका दिया जाने को लेकर सीएमओ के खिलाफ एडीएम दीपेंद्र नेगी को जांच के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों का शोषण करने वालों के खिलाफ में खुद कार्यवाही करेंगे ।
उन्होंने नगर आयुक्त को निर्देश करते हुए कहा कि जल्द से जल्द श्रमिकों की आवास की जो समस्या लगातार चल रही है इसको भी दूर करें।
इस दौरान एडीएम दीपेंद्र नेगी, नगर आयुक्त नंदन कुमार, रुड़की के नगर आयुक्त, शिवालिक नगर पालिका के ईओ, एस एन ए महेंद्र यादव ,मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी तरुण मिश्रा,सहायक नगर आयुक्त श्याम सुन्दर प्रसाद,उत्तराखण्ड निकाय कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के श्रमिक नेता सुरेन्द्र तेश्वर,राजेंद्र श्रमिक,आत्माराम बैनीवाल,प्रवीण तेश्वर,प्रमोद बिरला, सलेक चन्द,कुलदीप कांगड़ा, मनोज छाछर भेल से बिरला आशीष कालरा व अन्य यूनियनों के प्रतिनिधि ,प्रिंस लोहट,अशोक छाछर,, राजेश , शिवकुमार, सागर बेनीवाल, गगन कांगड़ा, प्रिंस लोहट, जीत सिंह, लाखन सिंह,व अनेक सफाई नायक और पर्यावरण मित्रों ने भाग लिया।