Haridwar, गुरुओं के सद्ववचनों और शांति के मार्ग का अनुसरण करें तो आतंकवाद जैसे भाव समाज में नहीं पनप सकते- श्री महंत विष्णु दास।
Haridwar , If we follow the good words of our Gurus and the path of peace, then feelings like terrorism cannot flourish in our society – Shri Mahant Vishnu Das.
महंत नरसिंह दास दहिया वाले की 20वीं पुण्य तिथि पर गुरु स्मृति महोत्सव का आयोजन
Haridwar, श्री गुरु सेवक निवास उछाली आश्रम श्रवण नाथ नगर हरिद्वार द्वारा अपने गुरु साकेत निवासी श्री महंत नरसिंह दास दहिया वाले की 20वीं पुण्य तिथि पर गुरु स्मृति महोत्सव का आयोजन 29 अप्रैल से 6 मई तक किया जा रहा है ।
इस अवसर पर श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का प्रारंभ किया गया है आचार्य श्री रविशंकर जी महाराज नैमिषारण्य द्वारा कथा व्यास के रूप में कथा श्रवण कराई जाएगी ।
आज 29 अप्रैल को दोपहर गुर सेवक निवास उछाली आश्रम श्रवण नाथ नगर से एक वृहद कलश यात्रा का आयोजन किया गया बिरला घाट पर सम्पन्न हुई कलश यात्रा के बाद श्रीमद् भागवत कथा का प्रारम्भ किया गया।
3 मई को गंगा सप्तमी के अवसर पर गंगा जी के जन्मोत्सव की शोभायात्रा निकाली जाएगी जो उछाली आश्रम से चल कर हरकी पैड़ी पर सम्पन्न होगी।

5 मई को सुबह 9 बजे से 12 बजे तक कथा, और दोपहर बाद कथा विश्राम के उपरांत पूर्णाहुति दी जाएगी।
5 मई को ही शाम का समय भजन संध्या और 6 मई को गुर नरसिंह दास महाराज का श्रद्धांजलि समारोह का रहेगा, और दोपहर 12 बजे भोग प्रसाद और भंडारे का आयोजन किया जाएगा।
कथा के आयोजन के यजमान के तौर पर, श्रीमती नीलम, अनिल मलिक, श्रीमती गितिका,अंकुर मलिक, श्रीमती अंकिता, सिद्धार्थ चतुर्वेदी, अबीर,अयान,अथर्व और आधिव गुरु सेवा में उपस्थित है।उछली आश्रम के गुरु गद्दी नशीन और स्मृति महोत्सव के आयोजक श्री महंत विष्णु दास ने गुरु को जीवन में सर्वोपरि बताते हुए कहा कार्यक्रम में देश के विभिन्न तीर्थ क्षेत्रों से और स्थानीय आश्रमों के प्रमुख संत मंडलेश्वर पधार रहे हैं, जिनके आगमन का लाभ उठा कर पुण्य लाभ अर्जित किया जा सकता है।
ब्रह्मलीन श्री महंत नरसिंह दास के शिष्य श्रीमंत विष्णु दास ने कहा गुरु के दिखाए मार्ग पर चलकर हम विश्व में परिवर्तन ला सकते हैं गुरु ने हमें सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलना सिखाया, परोपकार का रास्ता दिखाया यदि गुरुओं के सद्ववचनों और शांति के मार्ग का अनुसरण व्यक्ति करे तो आतंकवाद जैसे भाव समाज में नहीं पनप सकते।
गुरु सेवक उछाली आश्रम के समस्त सेवक परिवार, शिष्य पुनीत दास, अधिकारी राघवेन्द्र दास, रामचंद्र दास,अमनदास, शालीग्राम, गणेश, गौरव, तथा आश्रम के संत और विद्यार्थीयों ने गुर के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की।